सरकारी कम प्राइवेट दुकानदारी ज्यादा चला रहे हैं सरकारी डॉक्टर
जौनपुर जनपद के जलालपुर क्षेत्र में कई ऐसे डाक्टर है जो सरकारी हास्पिटल में डाक्टर पद पर कार्यरत होने के बावजूद अपने अपने आवासों पर प्राइवेट तरीके से मरीज देख रहे हैं । कहने के लिए आवास है जबकि किसी नर्सिंग होम से कम नहीं । सुबह शाम डाक्टर के आवास पर बाहर तक मरीजों का मेला लगा रहता है ।
अभी कुछ माह पहले जलालपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर तैनात महिला चिकित्सक डा. महजबीं आरा का तबादला बरसठी हो गया था । इसके बावजूद जलालपुर हास्पिटल के सामने प्राईवेट तरीके से मरीजों को देख रही थी और दवाइयां लिख रही थी।सिर्फ डा. महजबीं आरा ही नहीं इसी तरह जलालपुर बाजार से चौराहे तक कई डा. ऐसे है जो सरकारी ड्यूटी के बाद अपनी प्राईवेट दुकान चलाने में और मलाई काटने में मशगूल है ।
लेकिन आला अधिकारियों की आँखें बन्द पड़ी है । उनको तो कुछ नजर ही नहीं आ रहा है तो कार्यवाही कैसे करेंगे । ऐसे मामलों को संज्ञान में लेकर आला अधिकारियों को ईमानदारी से जाँच कर कार्रवाई करने की आवश्यकता है ।
जबकि अक्सर होता इसके विपरीत है हम पत्रकार गण खबर निकालते है कि मामले को संज्ञान में लेकर अधिकारी गण सुधार करेंगे लेकिन मामले को संज्ञान में लेते तो है मगर सुधारने के बजाय खुद बिककर वापस आ जाते है । अब देखना है कि स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारी क्या करते यह आने वाला समय बताएगा ।