जौनपुर जनपद के जंघई क्षेत्र के मीरपुर में कुत्ते के काटने से एक गरीब मुसहर परिवार के आठ वर्षीय बच्चे की मौत हो गयी मौत पर बच्चे के माता पिता मेन सड़क पर दहाड़े मारकर रोने लगे ।
ग्राम मीरपुर के जोगीवीर बस्ती में रहने वाले बबलू मुसहर के पुत्र कृष्णा 8 वर्ष को विगत दो दिन पूर्व कुत्ते ने काट लिया था जिससे आज उसकी तबियत बिगडने पर उसे इलाज के लिए ले जाने के लिए उसकी मां रेनू उसे मेन सड़क पर लेकर पहुंची थी पैसा न होने पर वह अगल बगल के लोगो से पैसा मांगी तो कुछ लोगो ने दस बीस रुपये की मदद भी की इसी दौरान उसके पुत्र कृष्णा की मौत हो गयी।
बच्चे की मौत पर रोते बिलखते परिजन Photo-vbpnews
वह प्राथमिक स्कूल में तीसरी का छात्र था।मौत होने पर रेनु ने रोते हुए बताया की दो ढ़ी पूर्व इसको कुत्ता ने काटा था वह कुत्ता काटने की सुई लगवाने प्राइवेट चिकित्सक के पास गयी थी तीन सौ रुपये में एक इनजेक्सन की बात सुनकर पैसा नही होने पर रैबीज का इनजेक्सन नही लगवाई सिर्फ टेटनस का इनजेक्सन लगवा लिया था। उसका कहना था की तीन इनजेक्सन लगवाना पड़ता उसके पास इतना पैसा नही था ।
यह मौत जागरुकता के अभाव व आर्थिक तंगी के कारण हुई क्यो की बच्चे के परिजन उसे रैविज का इलेक्शन नही लगवा पाये प्राइवेट रैविज इलेक्शन लगवाने जरुर गये थे तीन सौ रुपये न होने पर सिर्फ टेटनस का इजेक्सन ही लगवा सके अब सवाल यह उठता है की सीएचसी की जगह नजदीकी पीएचसी पर भी रैबीज इनजेक्सन की उपलब्धता क्यो नही है।
ग्रामीणों का कहना है बच्चे को इसके पहले भी कुत्ता काटा था परसों फिर काट लिया रैबीज के लिए बीस किमी दुर मछलीशहर जाना पड़ता है ऐसे पर गरीब मुसहर परिवार जागरुकता व पैसे के अभाव मे नही जा पाते है जिससे मौत हो जाती है नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र व एएनएम के पास भी रैबीज की उपलब्धता होनी चाहिए जिससे इस तरह की मौतो को बचाया जा सके।