मड़ियाहूँ।मड़ियाहूं पी जी कॉलेज में अर्थशास्त्र विभाग द्वारा 02 फरवरी को बजट परिचर्चा का आयोजन किया गया | परिचर्चा की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सुरेश कुमार पाठक ने कहा कि यह बजट समाज के हर वर्ग को प्रभावित करता है और जन आकांक्षाओं के अनुरूप है|
यह बजट कृषि और उद्योग को केंद्र में रखकर बनाया गया है अतः इससे किसानों को भी लाभ होगा और युवाओं को रोजगार भी मिलेगा| परिचर्चा का विषय प्रवर्तन करते हुए परिचर्चा के संयोजक डॉ. विवेक कुमार मिश्र ने कहा कि बजट का मूल्यांकन करते समय बजट के उद्देश्यों को ध्यान में रखना चाहिए | इस दॄष्टि से वर्तमान बजट में आवंटनात्मक कुशलता , वितरणात्मक न्याय और आर्थिक स्थिरीकरण सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया है | चालू खर्चों और प्रत्यक्ष कर में कटौती की बजाय पूंजीगत खर्च में वृद्धि से यह बजट अर्थव्यस्था में दीर्घकालीन क्षमता विकास को वरीयता देता है, अर्थात बजट लोक लुभावन नहीं है|
डॉ. मनमोहन लाल विश्वकर्मा ने डिजिटल एजुकेशन , डिजिटल हेल्थ और डिजिटल करेंसी पर सरकार द्वारा उठाये गए कदमो की सराहना की किन्तु अमिश्रित ईंधन पर 2 रूपये प्रति लीटर के सरचार्ज से महंगाई बढ़ने का अंदेशा भी जताया | डॉ. तरुण कुमार उपाध्याय ने रोजगार सृजन की दृष्टी से औद्यगिक क्षेत्र के महत्व को रेखांकित किया और बढ़ती महंगाई से निम्न एवं माध्यम आय वर्ग पर पड़ रहे प्रभावों पर चिंता व्यक्त की, किन्तु समग्र आपूर्ति श्रंखला की दॄष्टि से गति शक्ति मिशन की सराहना की | डॉ. पी के राय ने रक्षा क्षेत्र में बजट आवंटन में वृद्धि को स्वागत योग्य बताया | परिचर्चा का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ डॉ. अमिताभ कुमार ने किया | परिचर्चा डॉ. राजेंद्र प्रसाद दुबे एवं डॉ. आंजनेय पांडेय के निर्देशन में हुई जिसमे महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. प्रणव कुमार वर्मा, डॉ. हौंसिला पांडेय, डॉ . जीतेन्द्र पाल एवं विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र छात्राएं भी सम्मिलित हुए |