कृष्ण कुमार मिश्र
जौनपुर (पराऊगंज) जीवन की हर सफलता और ऊँचाई किसी बुनियाद पर टिकी होती है। कुटीर शिक्षण संस्थान द्वारा संचालित यह बुनियाद कार्यक्रम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कुटीर संस्थान के संस्थापक अभयजीत दुबे के स्वप्नों को अवश्य ही साकार करेगी।
कार्यक्रम में मौजूद मुख्य अतिथि गण के साथ छात्र एवं छात्राएं Photo-vbpnews
उक्त बातें पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति निर्मला एस मौर्य ने श्री गीता जयंती एवं कुटीर महाविद्यालय के स्वर्ण जयंती वर्ष श्रृंखलान्तर्गत आयोजित कार्यक्रम बुनियाद में बच्चों को खेल एवं पठन पाठन सामग्री प्रदान कर सभा को संबोधित करते हुवे कहीं।कुटीर संस्थान परिसर में समाज के साधनहीन घरों के छोटे बच्चों को विद्यालय समय के उपरांत स्वतंत्र रूप से शिक्षा दी जाती है। आचार्य के रूप में राघवेंद्र दुबे के संयोजकत्व में संस्थान के शिक्षक और विद्यार्थी ही समय दान देते है।
शिक्षा से वंचित अथवा परिस्थितिजन्य कारणों से नियमित विद्यालय न जा पाने वाले लगभग 150 बच्चे प्रतिदिन अपने आचार्यो के संरक्षण में किताबी बोझ से मुक्त खेल, मनोरंजन और संवाद के माध्यम से भाषा, विज्ञान,गणित और सामान्य ज्ञान की शिक्षा प्राप्त कर रहे है। यह कार्यक्रम संस्थान के स्थापना के चरम लक्ष्यों से अभिप्रेरित है जिसे ब्यवस्थापक डॉ अजयेंद्र कुमार दुबे द्वारा बुनियाद नाम दिया गया है।
बच्चों की सामूहिक प्रार्थना और अन्य सामूहिक प्रदर्शन को देखकर अविभूत मुख्य अतिथि प्रो हरेराम त्रिपाठी कुलपति संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी ने अपने ब्याख्यान में कहा कि हमारी वैदिक संस्कृति जिस रचनात्मकता उद्यमशीलता का प्रतिपादन करती है उसका जन्म स्थल कुटीर शब्द में समाहित है जो इस संस्थान में प्रत्यक्ष दृष्टिगोचर है। कृष्ण का मोहग्रस्त अर्जुन को उपदेश हमारे लिए उत्तम जीवन का मार्गदर्शन है। वास्तव में हर ब्यक्ति को अपने कुटीर में उद्योगरत रहकर रचनात्मक श्रम के माध्यम से कर्म मार्ग में प्रवृत्त होना ही धर्म है।
महाविद्यालय के विभिन्न इकाइयों एन एस एस,एन सी सी, रोवर रेंजर बी एड के छात्रों द्वारा अतिथितियों का अभिनंदन और पूरे परिसर में बनाई गई अल्पना आकर्षण का केंद्र रही। वहीं इंटरमीडिएट कालेज के स्काउट छात्रों का प्रदर्शन भी आगन्तुको को प्रभावित किया । स्वागत प्राचार्य डॉ आर एम त्रिपाठी एवं प्रधानाचार्य धर्मेंद्र दुबे ने तथा कार्यक्रम का संचालन डॉ अनुज शुक्ल ने किया।
कार्यक्रम में पूर्वांचल विश्वविद्यालय से एन एस एस संयोजक डॉ राकेश यादव तथा पी आर ओ लक्ष्मी मौर्य , संस्कृत विश्वविद्यालय के पी आर ओ शशिन्द्र मिश्र सहित मंगला प्रसाद सिंह ललिता सिंह सहित बड़ी संख्या में अभिभावक और क्षेत्रीय जन उपस्थित रहे।