चार दिन की चांदनी फिर अंधेरा पाक
मड़ियाहूं।मड़ियाहूं की साप्ताहिक बंदी श्रम इंस्पेक्टर के उदासीनता के चलते पूर्ण रूप से फ्लाप साबित हो रही है विगत दो सप्ताह पूर्ण श्रम इंस्पेक्टर ने मड़ियाहूं में आकर जो हाव भाव ब्यक्ति किया तो उससे यह लगता था कि बंदी अब सफल हो जाएगी। परंतु एक खास दुकान पर बैठ कर मानो चाय नास्ता क्या कर लिया कि उसके बाद से मड़ियाहूं में साप्ताहिक बंदी के दिन आना ही छोड़ दिया और उसका नतीजा यह रहा कि मड़ियाहूं की साप्ताहिक बंदी पूर्ण रूप से असफल हो रही है।
और धड़ल्ले से नगर की सभी दुकाने खुल रही है।कुछ व्यापारियों ने श्रम इंस्पेक्टर के ऊपर यह आरोप लगा रहे है कि कही श्रम इंस्पेक्टर धन उगाही की शिकार तो नही हो गई कि अचानक मड़ियाहूं आना ही छोड़ दिया।यहाँ तक कि जब व्यापारी साप्ताहिक बंदी की असफलता के बारे में फोन कर जानकारी देना चाहता है तो लगातार फोन की घंटिया बराबर बजती रहती है परंतु श्रम इंस्पेक्टर का फोन रिसीव नही होता इससे व्यापारियों में रोष ब्याप्त है।यही कारण है मडियाहू की साप्ताहिक बंदी श्रम विभाग के अधिकारियो की उदासीनता के चलते फ्लॉप साबित होती है।