जौनपुर। इस बार पंचायत चुनाव में कूदने वालों की कतार तेजी से बढ़ती जा रही है। थोक के भाव में हो रहे नामांकन इसकी गवाही दे रहे हैं। पहलेे चरण में प्रस्तावित जिले के चुनाव में प्रचार में भाग लेने का कम से कम 10 दिन बाकी है। भाजपा समर्थित प्रत्याशियों को चुनावी मझधार पार करने की बड़ी चुनौती होगी। भाजपा के बाद सपा समर्थन को सबसे अधिक दावेदार मैदान में हैं। त्रिस्तरीय चुनाव को दुंदुभी बज चुकी है। ग्राम प्रधान, बीडीसी व जिला पंचायत सदस्य के लिए सबसे अधिक मारामारी भाजपा समर्थित उम्मीदवारी को लेकर रही है। एक-एक सीट के लिए कई-कई दावेदार अपने-अपने आकाओं की चैखट पर लोटपोट करते रहे। दावेदारी खारिज होने की स्थिति में कुछ तो नुकसान करने तक की धमकी दे रहे हैं। ऐसी दशा में कई माननीय तो गुप्त ठिकानों की ओर कूच कर गए हैं। दूसरे पायदान पर सपा समर्थित प्रत्याशी घोषित होने के लिए कई दावेदार चैखट-चैखट घूमे हैं।इस चुनाव के जरिये बसपा भी अपनी ताकत आजमाइश के मूड में है। यही वजह है कि कई वार्डों पर उसके समर्थित उम्मीदवार चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। बसपा ने ढेड़ दर्जन जिला पंचायत सदस्यों की सूची जारी कर उन्हे पार्टी समर्थित बताया है।