कंपनियों के डाटा हैक कर 300-400 डालर की होती थी मांग
उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने इंटरनेशनल कॉल सेंटर खोलकर ठगी का काम करते हुए अमेरिका की बड़ी कंपनियों का डाटा हैक कर उन्हें रिलीज करने के नाम पर मोटी रकम मांगी जाती थी।
डाटा हैकर के चारों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में Image source: google
जब भुगतान हो जाता था यह हैकर उस डाटा को कोड के साथ वापस भेज देते थे। इसी तरह से यह हैकर अमेरिका की कई कंपनियों से करोड़ों का चूना लगा चुके हैं। ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने उसके सरगना महेंद्र शर्मा जो कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर है उसने कोरोना काल मे लॉक डाउन दौरान उसकी नौकरी चली गई।उसके बाद से ही उसने यह धंधा अपना कर ठगी का काम चालू कर दिया।
उसने बड़े पैमाने पर काम कर कई युवा लड़कों और लड़कियों को नौकरी देकर इस कार्य को आगे बढ़ाता था। मोबाइल डाटा हैकर एक्सपर्ट माने जाने वाले मोहिंदर शर्मा ने अमेरिका की बड़ी कंपनियों का डाटा पहले हैक कर लिया करता था उसके बाद उन्हें काकादेव नामक सेंटर से एक मैसेज भेजता था।
उसके बाद डाटा रिलीज करने के नाम पर 300 से 400 डालर की मोटी रकम मांगी जाती थी। भुगतान होने पर उनका डाटा एक कोड के साथ वापस कर दिया जाता था।क्राइम ब्रांच टीम ने सरगना मोहिंदर शर्मा ,सुमन,संजीव व जिक्रुल्लाह को गिरफ्तार कर इन्हें रिमांड पर लेकर कड़ाई के साथ पूछ तांछ कर रही है। इतना ही नहीं रोजगार पर रखे गए लड़के एवं लड़कियों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है।