✍️कृष्ण कुमार मिश्र
जौनपुर।(पराऊगंज) विश्व धुलाई दिवस के अवसर पर कुटीर पीजी कॉलेज चक्के मे एनएसएस द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राचार्य मेजर डॉ रमेश मणि त्रिपाठी ने स्वयंसेवकों को बताया कि भारतीय वैदिक परंपरा सबसे श्रेष्ठ परंपरा मानी गई है। जीवेन शरद: शतम को रेखांकित करते हुए कहा कि वैदिक परंपरा एवं आधुनिक परंपरा को अपनाकर अपने शरीर को बीमारियों से बचाव कर स्वस्थ रख सकते है। वही शिवानी दुबे ने कोरोनावायरस से बचाव हेतु टिपी टेप के कार्य विधि एवं उसके को कैसे करे आदि लोगों को बताया। वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ एनपी मिश्र ने बताया कि टिपी टेप के प्रयोग एवं उपयोग करने से कम जल में अपने हाथ की धुलाई कर सकते हैं। स्वयंसेवकों ने कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर श्रीनिवास तिवारी के नेतृत्व में दलित बस्ती में जाकर टीपी टेप की जानकारी देते हुए हाथ को कैसे धोएं को बताकर लोगो को जागरूप किए। उक्त अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी मनीष कुमार पंकज मिश्र कृष्ण कुमार मिश्र समेत आदि लोग उपस्थित रहे।