✍️ कृष्ण कुमार मिश्र
पराऊगंज (जौनपुर)।स्थानीय थाना क्षेत्र के त्रिलोचन महादेव बाजार के पास बुधवार की रात करीब 10 बजे ट्रैक्टर और बोलेरो टक्कर में नहोरा आशापुर गांव निवासी गुलाब राजभर (36 ) नामक एक मजदूर की मौत हो गई थी। परिजनो ने दुर्घटना को संदिग्ध बताते हुए कहा कि गुलाब की हत्या की गई है। और शव गायब कर दिया गया है। पुलिस पर भी मिलीभगत का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने थाने का घेराव करके पुलिस के विरुद्ध जमकर नारे बाजी करने लगे । इस बीच पुलिस और ग्रामीणों के बीच नोकझोंक भी हुई।ग्रामीणों ने एक पुलिसकर्मी का वर्दी भी फाड़ दिया।जब पुलिस हलका बल प्रयोग करके भीड़ को शांत करने की कोशिश कि तो आक्रोशित भीड़ जलालपुर चौरहे पर जाकर जौनपुर-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया और उच्च अधिकारियों को बुलाने की मांग पर मांग करने लगे।मौके पर एसडीएम केराकत, सीओ केराकत,थाना जफराबाद,थाना केराकत सहित भारी पुलिस बल पहुंच गई।और भीड़ को शांत कराने में लगगये ।परन्तु आक्रोशित भीड़ मामने को तैयार नही थी। ग्रामीण जिले के उच्च अधिकारियों को बुलाने की मांग कर रहे थे।पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए लाठीचार्ज कर दिया भीड़ ने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया और पुलिस अपनी जान बचाकर भागने लगी। पथराव में कई गाड़ियों के शिशे भी टूट गये।भीड़ ने पुलिस को करीब दो सौ मीटर पीछें बयालसी इंटर कालेज तक खदेड़ते हुए ले गई।
फिर पुलिसकर्मिय एकत्रित हुए और भीड़ को दौड़ा लिया भीड़ मे जो भी मीला पुलिस ने उसको जमकर पीटा। पुलिस की लाठीचार्ज देख सब भाग खड़े हुए।करीब दो घंटा बाद किसी तरह जाम समाप्त हुआ और आवागमन चालू हो गया। पुलिस ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। और मामला दुर्घटना का है।मृतक गुलाब राजभर के परिजनो ने बताया कि नहोरा बेदूवान गांव निवासी व ट्रेक्टर मालिक विनय यादव बुधवार की रात्रि करीब 8 बजे घर पर आये और गुलाब को साथ चलने को कहने लगे पहले तो गुलाब ने साथ जाने से मना कर दिया जब वह डाटने डपटने लगे तब गुलाब साथ में चला गया। रात्रि करीब 10 बजे विनय यादव ने फोन करके हम लोगो को बताया कि हम दोनो की एक्सीडेंट हो गया है और हम लोग वाराणसी जिले के फूलपुर में स्थिति एक प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती है।उकके बाद गुलाब के भाई अनिल राजभर तथा पड़ोस के दिनेश राजभर सहित कई लोग बताए हुए नर्सिंग होम पर गये तो वहां कोई नही मिला। वहां से सभी लोग जलालपुर थाने पर आयें और आप बीती बताई तो सभी को सुबह बुलाया गया। गुरूवार की सुबह करीब 6 बजे थाने पर मृतक की माता प्रेमा देवी व छोटा भाई अनिल एंव पत्नी माला पहुंची तो पुलिस ने कहा गुलाब की मौत हो गई है। और शव पोस्टमार्टम के लिए भेंज दिया गया है। इतनी बात सुनते ही परिजन जोर जोर से रोने लगे और देखते ही देखते मृतक के गांव से करीब दो सौ से तीन सौ लोग जूट गये और गुलाब की हत्या की आशंका जाहिर करते हुए पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। यदि पुलिस रात को ही परिजनों की बात सुन लेती और समझा बुझाकर कार्वाही कर देती तो इतना बड़ा हंगामा नही होता।