कोरोना काल में लूटपाट करने वाले अस्पतालों पर गिरी गाज
उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी के समय जिन प्राइवेट अस्पतालों ने मनमानी तरीके से धन उगाही करके तथा अन्य गड़बड़ियां करने वाले स्थानों को चिन्हित करते हुए योगी का एक्शन प्लान शुरू हो गया है ऐसे 10 सालों का लाइसेंस भी निरस्त किया गया है तथा नौ के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करा दी गई है।
इतना ही नहीं अब इन सब मामलों के संबंधित जिले के डीएम व सीएमओ से जवाब मांगा गया है तथा उन्हें साथ ही साथ तलब भी किया गया है। कोरोना काल में लापरवाही बरतने तथा मरीजों से दुर्व्यवहार, करने मनमाना रेट वसुलने,ऑक्सीजन की कमी बताकर अन्य गड़बड़ियां करने वाले मामले में 33 जिलों से कुल 184 शिकायतें प्राप्त हुई थी जिसमें जांच कराने पर 68 सही पाई गई।
शेष के खिलाफ नोटिस भी भेजा गया है। अस्पताल से ज्यादा वसूला गया पैसा भी मरीजों को वापस कराया गया है। जिन 33 जिलों की शिकायत मिली है उनमें से आगरा, बाराबंकी ,मथुरा, हाथरस, मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर ,गौतम बुध नगर ,मुजफ्फरनगर, बागपत, हापुड़ ,सहारनपुर, शामली, कानपुर नगर ,कानपुर देहात, इटावा, औरैया, लखनऊ, वाराणसी ,आजमगढ़ ,जौनपुर ,भदोही, मऊ ,गोरखपुर, बस्ती ,बहराइच ,बरेली ,शाहजहांपुर ,मुरादाबाद ,संभल ,प्रयागराज ,व रामपुर जिलों के अस्पतालों पर कार्रवाई शुरू की गई है।